शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में लखनऊ के दो गबरू, साले-जीजा की जोड़ी, अपने स्टार्टअप गबरू दी चाप (Gabru Di Chaap) के साथ पहुंचे। उनका सपना है कि वे भारत की स्ट्रीट फूड सोया चाप को पूरी दुनिया में पहचान दिलाएं। इस स्टार्टअप को शुरू किया था तरुण सिंह और रंधीर सिंह ने, और अब यह एक सफल बिजनेस मॉडल बन चुका है।
क्या है Gabru Di Chaap?
गबरू दी चाप एक प्रीमियम सोया चाप क्यूएसआर (Quick Service Restaurant) चेन है, जो केवल चाप ही नहीं, बल्कि कबाब, बिरयानी, बर्गर, सैंडविच जैसे कई स्वादिष्ट व्यंजन भी अपने मेनू में शामिल करता है। इसका मकसद है हाइजीनिक और प्रीमियम क्वालिटी वाली चाप को आम लोगों तक पहुंचाना।
सोया चाप दिल्ली-एनसीआर में तो काफी फेमस है, लेकिन बाकी देश और दुनिया में इसकी पहचान उतनी नहीं है। Gabru Di Chaap इसी कमी को पूरा करने के लिए काम कर रहा है।
शुरुआत और ग्रोथ
इस बिजनेस की शुरुआत 2019 में 80 स्क्वायर फुट के एक छोटे से स्टोर से हुई थी। लेकिन आज, यह ब्रांड चार शहरों में 25+ आउटलेट्स चला रहा है।
बिजनेस ग्रोथ का सफर:
- 2019: कंपनी ने 1.09 करोड़ रुपये की सेल की।
- 2020: कोविड के कारण बिजनेस घटकर 0.9 करोड़ रुपये रह गया।
- 2021: बिजनेस बढ़ा और 7 करोड़ रुपये की कमाई हुई।
- 2022: बिक्री बढ़कर 9 करोड़ रुपये हो गई।
- 2023: बिजनेस तेजी से बढ़ा और 19 करोड़ रुपये का टर्नओवर हुआ।
- 2024-25: कंपनी 26 करोड़ रुपये का रेवेन्यू टारगेट कर रही है।
क्या खास है Gabru Di Chaap की चाप में?
अधिकतर बाजार में मिलने वाली सोया चाप में मैदा ज्यादा होता है और प्रोटीन कम। लेकिन गबरू दी चाप की स्पेशल चाप में 23% तक प्रोटीन होता है, जो इसे हेल्दी और स्वादिष्ट बनाता है।
शार्क टैंक में जबरदस्त परफॉर्मेंस
जब फाउंडर्स शार्क टैंक इंडिया में पहुंचे, तो जजों ने उनके प्रोडक्ट्स की खूब तारीफ की। खासकर उनके बर्गर का स्वाद जजों को बहुत पसंद आया।
फंडिंग और डील का सफर:
- फाउंडर्स ने 1% इक्विटी के बदले 70 लाख रुपये की मांग रखी।
- कुणाल और अमन इस डील से बाहर हो गए।
- विनीता ने 2% इक्विटी के बदले 70 लाख और 1.5 गुना पैसे वापस मिलने तक 2% रॉयल्टी का ऑफर दिया।
- पीयूष ने 5% इक्विटी के बदले 70 लाख रुपये देने का ऑफर दिया।
- अनुपम ने 6% इक्विटी के बदले 1.4 करोड़ रुपये और 1% रॉयल्टी का ऑफर दिया।
- फाउंडर्स ने अंत में अनुपम, विनीता और पीयूष की संयुक्त डील को स्वीकार किया, जिसमें उन्होंने 6% इक्विटी के बदले 1.4 करोड़ रुपये लिए और 1% रॉयल्टी भी दी।
बिजनेस मॉडल और भविष्य की योजनाएँ
Gabru Di Chaap की कमाई दो तरीकों से होती है:
- फिजिकल आउटलेट्स से बिक्री (ऑफलाइन)
- ऑनलाइन ऑर्डर्स (स्विगी, जोमैटो आदि)
कंपनी का 66% रेवेन्यू ऑफलाइन और 33% ऑनलाइन आता है।
भविष्य की योजनाएँ:
- अगले 5 साल में 100 से ज्यादा आउटलेट्स खोलने की योजना।
- इंटरनेशनल मार्केट (अमेरिका, दुबई, सिंगापुर) में विस्तार की प्लानिंग।
- होम डिलीवरी सर्विस को और बेहतर बनाना।
- चाप के साथ अन्य प्रीमियम शाकाहारी स्ट्रीट फूड को मेनू में जोड़ना।
निष्कर्ष
Gabru Di Chaap ने सोया चाप जैसे पारंपरिक स्ट्रीट फूड को हाइजीनिक, स्वादिष्ट और प्रीमियम बनाकर एक सक्सेसफुल बिजनेस मॉडल तैयार किया है। शार्क टैंक में 1.4 करोड़ रुपये की फंडिंग मिलने के बाद, अब यह ब्रांड और तेजी से आगे बढ़ने के लिए तैयार है। आने वाले समय में यह भारत की सबसे बड़ी सोया चाप QSR चेन बन सकता है! 🚀