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Ep18. Shark Tank India-4: Good news for cricket lovers! MetaShot changed the gaming world, won the Shark Tank

Ep18. Shark Tank India-4: क्रिकेट प्रेमियों के लिए खुशखबरी! MetaShot ने बदली गेमिंग दुनिया, शार्क टैंक में मारी बाजी

शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में एक अनोखा स्टार्टअप आया जिसने क्रिकेट गेमिंग को एक नया आयाम दिया है। इस स्टार्टअप का नाम मेटाशॉट (MetaShot) है, जो कि बेंगलुरु की एक कंपनी है। यह स्टार्टअप एक मिक्स्ड रियलिटी क्रिकेट गेम लेकर आया है, जिससे लोग घर बैठे-बैठे क्रिकेट खेल सकते हैं। इस अनोखे इनोवेशन को देखते हुए शार्क टैंक के जजों ने इसमें निवेश किया और इसे 1.6 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली।

मेटाशॉट का आइडिया कैसे आया?

क्रिकेट खेलने वाले लोग जब करियर और उम्र के चलते व्यस्त हो जाते हैं, तो अक्सर क्रिकेट से दूर हो जाते हैं। कुछ लोगों के पास मैदान में खेलने का समय नहीं होता, तो कुछ को खेलने के लिए साथी नहीं मिलते। मेटाशॉट के फाउंडर्स ने इस समस्या को समझा और ऐसा क्रिकेट गेम बनाया, जिसे कोई भी घर बैठे अपने दोस्तों के साथ खेल सकता है।

मेटाशॉट क्या है और यह कैसे काम करता है?

मेटाशॉट एक ऐसा गेमिंग सिस्टम है, जिसमें सेंसर वाले बैट का उपयोग किया जाता है। यह बैट मोबाइल या टीवी से कनेक्ट किया जाता है और खिलाड़ी इसमें वास्तविक क्रिकेट शॉट खेल सकते हैं। इसमें वन-टू-वन मोड है, यानी आप अपने दोस्त के साथ भी खेल सकते हैं। आने वाले समय में इसमें टीम मोड और लंबी अवधि के टूर्नामेंट जोड़े जाएंगे।

मेटाशॉट की खासियतें

  • मिक्स्ड रियलिटी टेक्नोलॉजी: असली क्रिकेट जैसा अनुभव देता है।
  • सेंसर वाला बैट: जिससे खेलने पर वास्तविकता का एहसास होता है।
  • मोबाइल और टीवी सपोर्ट: गेम को मोबाइल और टीवी दोनों पर खेल सकते हैं।
  • गिफ्टिंग के लिए बेहतरीन: यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसे लोग गिफ्ट के रूप में भी खरीद रहे हैं।
  • सोशल गेमिंग: अपने दोस्तों के साथ खेल सकते हैं और लीडरबोर्ड पर रैंकिंग देख सकते हैं।

कैसे बना मेटाशॉट?

मेटाशॉट की शुरुआत 2021 में हुई थी। इसके फाउंडर्स प्रिंस थॉमस, रंजीत बेहरा और अजीत सन्नी हैं। आइडिया को प्रोटोटाइप में बदलने और सही प्रोडक्ट तैयार करने में लगभग दो साल का समय लगा। वे इसे किफायती बनाना चाहते थे, लेकिन शुरुआत में इसकी लागत बहुत अधिक आ रही थी। कई प्रयासों और असफलताओं के बाद, अगस्त 2023 में पहला प्रोडक्ट तैयार हुआ और सितंबर में लॉन्च कर दिया गया।

पहली बिक्री और सफलता की कहानी

  • शुरुआती 500 बैट्स का स्टॉक सिर्फ 10 दिन में बिक गया।
  • 15 अक्टूबर को दोबारा लॉन्च किया गया और जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला।
  • मांग इतनी बढ़ गई कि हर मिनट में एक कॉल आने लगा।
  • अमेरिका और यूएई जैसे देशों में भी डिमांड बढ़ गई।
  • मौजूदा समय में टीवी कनेक्टर के साथ इसकी कीमत 5500 रुपये है।

मेटाशॉट की सबसे बड़ी चुनौतियां

  1. बैटरी इंडिकेटर की समस्या: शुरुआत में बैटरी का इंडिकेटर नहीं था, जिससे बैट अचानक बंद हो जाता था। कंपनी ने इसे 2 महीने में ठीक कर दिया।
  2. टीवी कनेक्शन की जरूरत: शुरुआत में केवल बैट था, लेकिन ग्राहकों की मांग पर टीवी कनेक्टर जोड़ा गया।
  3. मैच की लंबाई: पहले केवल 2 ओवर के मैच थे, लेकिन लोगों की डिमांड पर इसे 5-10 ओवर तक बढ़ाया गया।
  4. टेस्ट मैच मोड: कई क्रिकेट प्रेमी टेस्ट मैच मोड भी चाहते हैं, जिस पर काम चल रहा है।

बिजनेस मॉडल: मेटाशॉट कैसे कमाई करता है?

  • बैट और टीवी कनेक्टर की बिक्री से कमाई।
  • इन-ऐप परचेज (In-App Purchase): ऐप में बैट की स्किन, स्टेडियम ग्राउंड, एक्स्ट्रा फीचर्स खरीद सकते हैं।
  • गिफ्टिंग मार्केट: मेटाशॉट के बैट की 20% बिक्री गिफ्टिंग से होती है।

वायरल वीडियो और बढ़ी हुई बिक्री

मेटाशॉट की बिक्री बढ़ाने में एक वायरल वीडियो की बड़ी भूमिका रही। वीडियो में एक पत्नी अपने पति को देखती है कि वह बिना बल्ले के ही क्रिकेट खेलने की एक्टिंग कर रहा है। पत्नी उसे मेटाशॉट का बैट गिफ्ट करती है और फिर वह घर में ही क्रिकेट खेलने लगता है।

  • यूट्यूब पर 60 मिलियन व्यूज
  • इंस्टाग्राम पर 16 मिलियन व्यूज

फंडिंग डिटेल्स: कैसे मिली 1.6 करोड़ रुपये की डील?

  • फाउंडर्स ने 1.5% इक्विटी के बदले 80 लाख रुपये की मांग की।
  • अमन गुप्ता और कुणाल शाह ने निवेश से इनकार कर दिया।
  • पीयूष बंसल ने 2.5% इक्विटी के बदले 80 लाख रुपये का ऑफर दिया, लेकिन बाद में पीछे हट गए।
  • विनीता सिंह ने 2% इक्विटी के बदले 50 लाख + 30 लाख का लोन (10% ब्याज पर) ऑफर किया।
  • अनुपम मित्तल ने 5% इक्विटी के बदले 1.5 करोड़ रुपये का पहला ऑफर दिया।
  • आखिरकार, विनीता और अनुपम ने मिलकर 5% इक्विटी के बदले 1.6 करोड़ रुपये की डील फाइनल की।

भविष्य की योजना

  • अगले 2 साल तक सिर्फ क्रिकेट पर फोकस किया जाएगा।
  • इसके बाद टेनिस, टेबल टेनिस, बेसबॉल जैसे गेम भी बनाए जाएंगे।
  • अगले 5 सालों में 50 लाख परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य है।
  • 250 करोड़ रुपये तक का रेवेन्यू टारगेट रखा गया है।

निष्कर्ष

मेटाशॉट एक क्रांतिकारी स्टार्टअप है जो गेमिंग इंडस्ट्री में नई लहर लेकर आया है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक बेहतरीन प्रोडक्ट है जो न सिर्फ मनोरंजन देता है, बल्कि फिजिकल एक्टिविटी भी बढ़ाता है। शार्क टैंक इंडिया में फंडिंग मिलने के बाद कंपनी को बड़ा बूस्ट मिला है और यह तेजी से ग्रो कर रही है।

क्या आप भी मेटाशॉट आजमाना चाहेंगे?

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