शार्क टैंक इंडिया सीजन 4 में एक बेहद अनोखा स्टार्टअप सामने आया जिसने डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शक्ति को एक साथ जोड़ते हुए एक स्मार्ट वीयरेबल डिवाइस विकसित किया है। इस स्टार्टअप का नाम है NeoSapien, जो आपकी पर्सनल लाइफ को और भी आसान बनाने का दावा करता है। यह डिवाइस न केवल आपकी बातों को रिकॉर्ड करता है, बल्कि आपके लिए कैब बुक करना, फूड ऑर्डर करना, और कई अन्य काम भी करता है।
NeoSapien: AI पावर्ड पेंडेंट
NeoSapien एक AI पावर्ड वीयरेबल डिवाइस है जिसे गले में पेंडेंट की तरह पहना जा सकता है। यह डिवाइस आपकी सभी बातचीतों को रिकॉर्ड करता है और आपके लिए एक पर्सनल असिस्टेंट की तरह काम करता है। इसकी खासियत यह है कि यह आपको आपकी पिछली बातचीत याद दिलाने के साथ-साथ फ्यूचर टास्क मैनेजमेंट में भी मदद करता है।
फाउंडर्स की कहानी
इस स्टार्टअप की शुरुआत धनंजय यादव और आर्यन यादव ने जनवरी 2024 में की थी। दोनों चचेरे भाई हैं और विभिन्न प्रोफेशनल बैकग्राउंड्स से आते हैं। धनंजय ने रेजरपे, होमलेन, और लिवस्पेस जैसी कंपनियों में काम किया है और कुछ समय के लिए जर्मनी में भी रहे हैं। वहीं, आर्यन यादव ने IIT मद्रास से इंजीनियरिंग की है और उन्होंने ब्रेन ट्यूमर को पहचानने के लिए एक AI आर्किटेक्चर भी विकसित किया है।
NeoSapien का विकास और तकनीकी पहलू
फाउंडर्स ने अपनी पिच में बताया कि NeoSapien चौथी जनरेशन का प्रोडक्ट है। इससे पहले तीन डिवाइस लॉन्च किए गए थे, जो अब बंद हो चुके हैं। यह डिवाइस आपकी फिजिकल और डिजिटल कन्वर्सेशन को ट्रैक करता है और आपके लिए एक सेकंड ब्रेन की तरह काम करता है। यह डिवाइस क्लाउड-आधारित है और बड़े AI मॉडल्स का उपयोग करता है, जिससे डेटा स्टोरेज और प्रोसेसिंग की सुविधा मिलती है।
यूजर इंटरफेस और फीचर्स
NeoSapien एक वर्बल कमांड पर काम करता है। यह डिवाइस यूजर से कंसेंट लेकर ही बातचीत रिकॉर्ड करता है। यह विभिन्न मीटिंग्स को एक साथ समेकित कर आपके लिए बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है। इसकी एक खासियत यह भी है कि यह इमोशन डिटेक्शन कर सकता है और मुख्य टॉपिक्स को हाइलाइट कर सकता है, जिससे बातचीत को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
मार्केट और बिजनेस मॉडल
NeoSapien का वर्तमान मार्केट प्राइस ₹15,000 है। इसमें एक साल का फ्री सब्सक्रिप्शन भी शामिल है, जिसके बाद यूजर्स को हर महीने ₹850 चार्ज देना होगा। कंपनी का लक्ष्य अगले 18 महीनों में ₹16 करोड़ का कारोबार करना है और अगले 5 सालों में ₹85 करोड़ की कंपनी बनने की योजना है।
निवेशकों की दिलचस्पी
NeoSapien में बोट के को-फाउंडर समीर मेहता ने भी निवेश किया हुआ है। शार्क टैंक इंडिया में, इस स्टार्टअप के लिए फाउंडर्स ने 2.5% इक्विटी के बदले ₹80 लाख की फंडिंग की मांग की। हालांकि, अनुपम मित्तल, अमन गुप्ता, रितेश अग्रवाल, और कुणाल शाह ने इस डील से बाहर होने का फैसला किया।
नमिता थापर की डील
नमिता थापर ने इस स्टार्टअप में विशेष रुचि दिखाई और 4% इक्विटी के बदले ₹80 लाख का ऑफर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में इस डिवाइस को मेंटल हेल्थ के लिए इस्तेमाल करने की संभावनाओं पर काम किया जाएगा। फाउंडर्स ने इस ऑफर को स्वीकार कर लिया, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाने का मौका मिला।
NeoSapien के उपयोग और प्रभाव
NeoSapien न केवल डेटा को सुरक्षित और संरक्षित रखने में मदद करता है, बल्कि यह एक व्यक्ति के दिन-प्रतिदिन के कामों को भी सरल बनाता है। इसकी उपयोगिता उन लोगों के लिए अधिक है जो नियमित रूप से मीटिंग्स करते हैं, अपने शेड्यूल को मैनेज करते हैं, और बातचीत को रिकॉर्ड करना चाहते हैं।
भविष्य की योजनाएं
NeoSapien भविष्य में अपने प्रोडक्ट्स की रेंज को और अधिक विकसित करने की योजना बना रहा है। कंपनी का उद्देश्य है कि वे अपने डिवाइस को अधिक स्मार्ट बनाएं ताकि यह फूड ऑर्डरिंग, कैब बुकिंग, और अन्य पर्सनल असिस्टेंट कार्यों को पूरी तरह से संभाल सके।
निष्कर्ष
NeoSapien एक अभिनव स्टार्टअप है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इसकी सफलता शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन में निवेशकों से मिली फंडिंग से स्पष्ट होती है। यह स्टार्टअप न केवल तकनीकी क्षेत्र में क्रांति ला रहा है, बल्कि यह एक नया बिजनेस मॉडल भी पेश कर रहा है जो भविष्य में और अधिक विकसित होगा।