Shark Tank India-4: दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से अधिकतर भारत में स्थित हैं, और यह समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। प्रदूषण का असर न केवल हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है, बल्कि यह हमारी रोजमर्रा की जिंदगी को भी प्रभावित करता है। इस मुद्दे का समाधान तलाशते हुए, एक स्टार्टअप ने ऐसा उत्पाद तैयार किया है, जो प्रदूषण से बचने में मदद कर सकता है। यह स्टार्टअप है Airth, जो प्रदूषण से निपटने के लिए एक खास फिल्टर पेश करता है।
प्रदूषण के प्रभावों से बचाने वाला Airth
भारत में दुनिया के 15 सबसे प्रदूषित शहरों में से 12 शहर स्थित हैं, और यह समस्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में प्रदूषण से बचाव के उपायों की आवश्यकता है। Airth नामक स्टार्टअप ने इस समस्या का समाधान ढूंढा है। यह स्टार्टअप एक एसी फिल्टर बनाता है, जो बिना बिजली के काम करता है और प्रदूषण से बचाने के साथ-साथ एयर कंडीशनर (एसी) की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है। यह फिल्टर एसी के अंदर लगाया जाता है, जिससे हवा को साफ किया जा सकता है और धूल, प्रदूषण, और अन्य हानिकारक कणों को बाहर रखा जा सकता है।
इस उत्पाद की विशेषता यह है कि यह बिना बिजली के काम करता है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है और प्रदूषण से भी सुरक्षा मिलती है। एसी पर यह फिल्टर ताज की तरह फिट हो जाता है और प्रदूषण को पूरी तरह से फिल्टर कर देता है। इस प्रकार यह फिल्टर एसी की लाइफ को भी बढ़ाता है, साथ ही इसे एक ‘प्यूरिफायर’ का काम भी देता है।
प्रदूषण से बचाने वाला एक अनोखा उत्पाद
Airth का यह फिल्टर खास तौर पर इस उद्देश्य से डिजाइन किया गया है कि यह हवा में मौजूद 30 ग्राम धूल को फेफड़ों तक जाने से रोकता है। इसका मतलब है कि यह लगभग 4 चम्मच धूल को हवा में से फिल्टर करके उसे एसी के जरिए बाहर निकालता है, जिससे हमारी सेहत पर प्रदूषण का असर नहीं पड़ता।
संघर्ष और सफलता की कहानी
Airth की शुरुआत दिल्ली के रवि कौशिक और बिहार के अभिमन्यु कुमार ने की थी। यह स्टार्टअप अप्रैल 2020 में शुरू हुआ था, और इसके पीछे एक लंबा संघर्ष है। रवि और अभिमन्यु दोनों ही प्रदूषण से जुड़े विषयों में अपनी पढ़ाई कर चुके थे और प्रदूषण से बचाव के उपायों पर काम करना चाहते थे।
शुरुआत में, रवि और उनकी टीम ने एयर प्यूरिफायर बनाया था, लेकिन वह उत्पाद बाजार में ज्यादा सफल नहीं हो सका। कई निवेशक भी उनसे पीछे हट गए थे, और टीम के कई सदस्य भी उनका साथ छोड़कर चले गए थे। हालांकि, रवि ने हार मानने की बजाय, अपनी मेहनत और विश्वास से एक नया उत्पाद तैयार किया और अब वही उत्पाद बाजार में सफल हो रहा है।
रवि का कहना है, “हमने कई बार गिरने के बाद फिर से उठने की कोशिश की। कभी हार नहीं मानी, और अब हम उस मुकाम पर हैं, जहां हमारा उत्पाद दुनिया भर में चर्चित हो रहा है।”
आईआईटी से टेस्टेड प्रोडक्ट
Airth का नया फिल्टर आईआईटी कानपुर और आईआईटी दिल्ली से टेस्टेड है, जिससे यह साबित होता है कि यह उत्पाद न केवल काम करने में सक्षम है, बल्कि यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी प्रभावी है। आने वाले दिनों में, यह स्टार्टअप अपने उत्पादों को गाड़ियों और बिल्डिंग्स के एयर कंडीशनर्स में भी लगाने की योजना बना रहा है, ताकि प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत किया जा सके।
शानदार बिक्री और राजस्व
Airth ने अब तक 3.3 करोड़ रुपये की फंडिंग उठाई है, और इस स्टार्टअप की बिक्री मुख्यतः ऑनलाइन होती है। खासकर अमेजन से करीब 70-80 फीसदी सेल होती है। 2023-24 में कंपनी ने 2.1 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था, हालांकि उस साल उन्हें करीब 24 लाख रुपये का नुकसान भी हुआ था। लेकिन 2024-25 के अंत तक कंपनी के राजस्व में इजाफा होने का अनुमान है, और यह वर्ष 6-7 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ समाप्त हो सकता है।
Airth के लिए सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनी अब मुनाफे में आने की ओर बढ़ रही है, और यह उसके लिए एक बड़ी सफलता है।
फंडिंग डील: 1 करोड़ रुपये का निवेश
Shark Tank India Season 4 में रवि और अभिमन्यु ने अपने स्टार्टअप के लिए फंडिंग जुटाने का प्रयास किया। पहले उन्होंने 1 फीसदी हिस्सेदारी के बदले 60 लाख रुपये का निवेश का प्रस्ताव दिया, लेकिन बाद में उन्होंने कुछ बदलाव किए।
विनीता सिंह ने 2 फीसदी के बदले 60 लाख रुपये का ऑफर दिया, जबकि अनुपम मित्तल ने 5 फीसदी के बदले 1 करोड़ रुपये का ऑफर दिया, जिसे बाद में बढ़ाकर 8 फीसदी के बदले 2 करोड़ रुपये कर दिया। आखिरकार, अमन गुप्ता और विनीता ने मिलकर 1 करोड़ रुपये के बदले 3.70 फीसदी की डील की, जिसे फाउंडर्स ने स्वीकार कर लिया।
भविष्य की योजनाएं
रवि और अभिमन्यु का सपना है कि देशभर में फैले 200 करोड़ से अधिक स्प्लिट एसी में उनका फिल्टर लगाया जाए। इसके साथ ही, वे चाहते हैं कि उनके उत्पाद का इस्तेमाल न केवल घरों में, बल्कि गाड़ियों और बड़े बिल्डिंग्स में भी किया जाए। यह स्टार्टअप प्रदूषण से सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा चुका है, और भविष्य में इसके और भी बड़े विस्तार की संभावना है।
निष्कर्ष
Airth ने प्रदूषण से बचाव के एक अनोखे तरीके के साथ न केवल अपनी पहचान बनाई है, बल्कि यह भी साबित किया है कि अगर मेहनत और विश्वास हो तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। रवि और अभिमन्यु की कहानी एक प्रेरणा है कि अपने सपनों को सच करने के लिए कभी हार नहीं माननी चाहिए। Airth का भविष्य उज्जवल नजर आता है, और यह भारतीय बाजार में प्रदूषण से बचाव के सबसे बड़े समाधान के रूप में उभर सकता है।