Shark Tank India 4: शार्क टैंक इंडिया सीजन 4 में हैदराबाद के स्टार्टअप Jarsh ने हिस्सा लिया, जो एसी हेलमेट और अन्य इंडस्ट्रियल सेफ्टी गियर बनाता है। ये प्रोडक्ट्स गर्मी और बिजली से सुरक्षा प्रदान करते हैं। फाउंडर्स कौस्तुब, आनंद और श्रीकांत ने इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के जरिए इंडस्ट्रियल सेफ्टी गियर में बदलाव लाने की कोशिश की है। अमन गुप्ता ने 1.5% इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की फंडिंग दी। Jarsh का मुख्य प्रोडक्ट एसी हेलमेट है, जिसे पुलिस विभाग और अन्य इंडस्ट्रियल कंपनियां इस्तेमाल कर रही हैं।
वायरल वीडियो से सुर्खियों में आया Jarsh
कुछ समय पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी एसी हेलमेट पहनकर धूप में खड़ा दिख रहा था। इस हेलमेट ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को धूप में राहत देने के लिए काफी तारीफ बटोरी थी। अब वही स्टार्टअप, Jarsh, शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन में आया और फंडिंग प्राप्त की। इस स्टार्टअप की स्थापना हैदराबाद के कौस्तुब, आनंद, और श्रीकांत ने की है।
Jarsh का उद्देश्य
Jarsh का उद्देश्य इंडस्ट्रियल सेफ्टी गियर में नई तकनीकों को लाना है। फाउंडर्स का कहना है कि जहां अन्य क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी तेजी से बदल रही है, वहीं इंडस्ट्रियल सेफ्टी गियर पिछले 50 सालों से बदलाव से वंचित है। हर साल लगभग 25 लाख लोग इन इक्विपमेंट की कमी के कारण जान गंवा बैठते हैं।
Jarsh के प्रोडक्ट्स
Jarsh ने तीन प्रमुख प्रोडक्ट्स विकसित किए हैं:
1. एसी हेलमेट
यह हेलमेट सॉलिड स्टेट कूलिंग मॉडल पर आधारित है और गर्मी में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। यह हेलमेट बैटरी पर चलता है और 2 घंटे तक ठंडी हवा प्रदान करता है। एक अतिरिक्त बैटरी के साथ इसे 10 घंटे तक उपयोग किया जा सकता है।
2. स्मार्टवोल्ट
स्मार्टवोल्ट एक उपकरण है जो बिना किसी तार को छुए ही करंट का पता लगा सकता है। यह उपकरण बिजली से संबंधित कार्यों में सुरक्षा प्रदान करता है।
3. स्मार्ट कैरेबाइनर
स्मार्ट कैरेबाइनर ऊंचाई पर काम करने वालों के लिए सुरक्षा प्रदान करता है। यह उपकरण ऊंचाई पर लटकते समय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
एसी हेलमेट की सफलता
Jarsh के एसी हेलमेट को पुलिस विभाग, वेदांता ग्रुप, एमआरएफ, और एशियन पेंट्स जैसे बड़े ग्राहक उपयोग कर रहे हैं। नॉर्मल हेलमेट के मुकाबले एसी हेलमेट की कीमत 10,000 से 17,000 रुपये है, जबकि इसकी निर्माण लागत 4,200 रुपये है।
Jarsh का कैपटेबल
Jarsh के तीनों फाउंडर्स के पास 56% इक्विटी है। 2022 में एक एंजेल निवेशक को 1.1 करोड़ रुपये के बदले 18% इक्विटी दी गई थी। फरवरी 2023 में 1.5 करोड़ रुपये और मई 2023 में 4 करोड़ रुपये की फंडिंग प्राप्त हुई थी। कंपनी के बैंक खाते में फिलहाल 3.5 करोड़ रुपये हैं।
शार्क टैंक इंडिया में फंडिंग
Jarsh ने अपने स्टार्टअप की 1% इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की फंडिंग मांगी। अनुपम मित्तल इस डील से बाहर हो गए, जबकि पीयूष बंसल ने 3% इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये की पेशकश की। रितेश अग्रवाल ने भी 3% इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये का ऑफर दिया। अंततः अमन गुप्ता ने 1.5% इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की फंडिंग दी।
कंपनी की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाएं
Jarsh ने पिछले साल 1.5 करोड़ रुपये की बिक्री की थी, जिसमें 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। इस साल कंपनी 6-7 करोड़ रुपये की बिक्री की उम्मीद कर रही है, जिसमें से 3-4 करोड़ रुपये एसी हेलमेट से आएंगे। कंपनी का लक्ष्य अगले साल 15 करोड़ रुपये के कारोबार का है।
फाउंडर्स का सफर
Jarsh के तीनों फाउंडर्स कौस्तुब, आनंद, और श्रीकांत हैदराबाद से हैं और इंजीनियरिंग के दौरान क्लासमेट थे। उन्होंने आयरन मैन के Jarvis से प्रेरित होकर अपनी कंपनी का नाम Jarsh रखा।
निष्कर्ष
Jarsh ने इंडस्ट्रियल सेफ्टी गियर में नई तकनीकों को लाकर एक नया आयाम स्थापित किया है। शार्क टैंक इंडिया में 50 लाख रुपये की फंडिंग मिलने के बाद कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को और अधिक उन्नत करने और मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने की योजना बना रही है।