Shark Tank India-4: शार्क टैंक इंडिया सीजन 4 के 10वें एपिसोड में ड्युमना मदान और शिवोम सूद ने अपने स्टार्टअप ‘प्रोजेक्ट क्ले’ के जरिए शार्क्स को प्रभावित किया। प्रोजेक्ट क्ले एक इनोवेटिव प्लेटफॉर्म है जो स्कूल के छात्रों को उनके सपनों की यूनिवर्सिटी के छात्रों से जोड़ता है। ड्युमना और शिवोम ने 15 लाख रुपये के लिए 10% इक्विटी की मांग की और नमिता थापर ने इस डील को मंजूर किया। उनका उद्देश्य अगले साल 3.7 करोड़ रुपये का टारगेट हासिल करना है।
कैंपस एपिसोड: युवाओं के जुनून को मिला मंच
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India-4) का 10वां एपिसोड विशेष रूप से ‘कैंपस एपिसोड’ के रूप में आयोजित किया गया था। इस एपिसोड का उद्देश्य युवा उद्यमियों के बिजनेस विचारों और उनकी ऊर्जा को मंच प्रदान करना था। इसमें विभिन्न स्टार्टअप्स ने भाग लिया, लेकिन 19 वर्षीय ड्युमना मदान (Dyumna Madan) और शिवोम सूद (Shivom Sood) ने अपने स्टार्टअप प्रोजेक्ट क्ले (Project Clay) के साथ शार्क्स का विशेष ध्यान आकर्षित किया।
प्रोजेक्ट क्ले: एक नया दृष्टिकोण कॉलेज काउंसलिंग का
प्रोजेक्ट क्ले एक इनोवेटिव प्लेटफॉर्म है जो स्कूल के छात्रों को उनके सपनों की यूनिवर्सिटी के छात्रों से जोड़ता है। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य ‘Elder Sibling’ एप्रोच के तहत कॉलेज काउंसलिंग प्रदान करना है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को उनके करियर के विकल्पों के बारे में गहराई से समझाने में मदद करना है, ताकि वे अपने लिए सही निर्णय ले सकें। वर्तमान में, इस प्लेटफॉर्म पर 300 से अधिक वेटेड मेंटर्स (Vetted Mentors) उपलब्ध हैं, जो 10 से अधिक देशों में स्थित हैं। पिछले पांच महीनों में, प्रोजेक्ट क्ले ने 65% की ग्रोथ दर्ज की है, जो इसकी लोकप्रियता और उपयोगिता को दर्शाता है।
ड्युमना मदान की प्रेरणादायक कहानी
ड्युमना मदान की कहानी विशेष रूप से प्रेरणादायक है। गोवा की रहने वाली ड्युमना ने 10वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और अपने जीवन में कुछ अलग करने का निर्णय लिया। कोरोना महामारी के दौरान, उन्होंने एक ऑनलाइन बेकिंग बिजनेस शुरू किया, जिसने उन्हें 8 लाख रुपये की कमाई दिलाई। इस अनुभव ने उन्हें व्यवसाय के मूलभूत पहलुओं को समझने में मदद की। इसके बाद, उन्होंने दो EdTech कंपनियों में इंटर्नशिप की, जहां उन्होंने मूल्यवान अनुभव और कौशल अर्जित किए। एक कंपनी के फाउंडर से संपर्क कर, उन्होंने कंटेंट राइटिंग की नौकरी हासिल की, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण सीखने का अवसर साबित हुआ।
शिवोम सूद: तकनीकी दृष्टिकोण
शिवोम सूद, जो ड्युमना के बिजनेस पार्टनर हैं, ने प्रोजेक्ट क्ले के तकनीकी पहलुओं को संभाला। शिवोम ने इस प्लेटफॉर्म को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनके तकनीकी ज्ञान और दृष्टिकोण ने प्रोजेक्ट क्ले को एक यूजर-फ्रेंडली और प्रभावी प्लेटफॉर्म में बदल दिया। उनका उद्देश्य छात्रों को एक सहज और उपयोगी अनुभव प्रदान करना है, ताकि वे अपनी शिक्षा और करियर के बारे में सही निर्णय ले सकें।
शार्क्स का रिएक्शन और डील की शुरुआत
ड्युमना और शिवोम ने शार्क्स से 1.5 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 10% इक्विटी के बदले 15 लाख रुपये की मांग की। उनकी पिच ने शार्क्स को प्रभावित किया, विशेष रूप से नमिता थापर को। नमिता ने ड्युमना और शिवोम को उनकी मांगी गई वैल्यूएशन पर 15 लाख रुपये के लिए डील ऑफर की। विनीता सिंह ने ड्युमना को ‘पटाखा’ कहकर उनकी ऊर्जा और आत्मविश्वास की सराहना की। हालांकि, अन्य शार्क्स ने बिजनेस में स्केलेबिलिटी और भरोसे की कमी को लेकर चिंताएं जताई, जिसके चलते उन्होंने निवेश नहीं किया।
प्रोजेक्ट क्ले की वित्तीय स्थिति
प्रोजेक्ट क्ले ने जून में 22,900 रुपये, जुलाई में 41,800 रुपये, अगस्त में 90,600 रुपये, और सितंबर में 1,37,000 रुपये की कमाई की। यह वृद्धि दर्शाती है कि स्टार्टअप तेजी से प्रगति कर रहा है। कंपनी की योजना अगले वित्तीय वर्ष में 10 गुना वृद्धि हासिल करने की है और अगले साल के लिए 3.7 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है। यह उनकी महत्वाकांक्षी योजनाओं और व्यवसाय में विश्वास को दर्शाता है।
भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं
प्रोजेक्ट क्ले के संस्थापकों का लक्ष्य है कि वे अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक छात्रों तक पहुंचाएं और इसे एक वैश्विक ब्रांड बनाएं। वे अपने मेंटर्स की संख्या बढ़ाने, अधिक देशों में विस्तार करने, और अपने प्लेटफॉर्म की तकनीकी क्षमताओं को उन्नत करने की योजना बना रहे हैं। ड्युमना और शिवोम का उद्देश्य है कि वे छात्रों को उनके करियर की सही दिशा में मार्गदर्शन करें और उन्हें उनकी आकांक्षाओं को प्राप्त करने में मदद करें।
निष्कर्ष
प्रोजेक्ट क्ले की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। ड्युमना मदान और शिवोम सूद ने अपनी मेहनत, आत्मविश्वास, और अभिनव दृष्टिकोण से एक सफल स्टार्टअप की नींव रखी है। शार्क टैंक इंडिया में उनकी उपस्थिति ने यह साबित कर दिया कि युवा उद्यमी भी अपने विचारों और जुनून के साथ बड़े व्यवसायों को प्रभावित कर सकते हैं। उनकी कहानी उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने की दिशा में काम कर रहे हैं।