Shark Tank India Season 4 में SNEAKINN नामक स्टार्टअप ने लग्जरी हैंडबैग और जूतों की रिपेयरिंग सेवाओं के लिए सुर्खियां बटोरीं। गुरुग्राम के अरुणिमा सिंघल जैन और साहिल जैन द्वारा स्थापित, यह कंपनी पूरे भारत में विशेष सेवाएं प्रदान करती है, जिसका लक्ष्य हर प्रमुख शहर में विस्तार करना है।
SNEAKINN: लग्जरी बैग और जूतों की देखभाल में नई क्रांति
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में एक अनोखा स्टार्टअप सामने आया, जिसका नाम SNEAKINN है। यह स्टार्टअप विशेष रूप से लग्जरी हैंडबैग और जूतों की रिपेयरिंग और मेंटेनेंस में विशेषज्ञता रखता है। गुरुग्राम की अरुणिमा सिंघल जैन और साहिल जैन द्वारा शुरू किए गए इस स्टार्टअप ने अब तक 20,000 से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवाएं दी हैं।
कैसे हुई SNEAKINN की शुरुआत?
अरुणिमा और साहिल ने अपने स्कूल के दिनों से ही एक-दूसरे को डेट करना शुरू किया था। उनकी शादी 2023 में हुई, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने अपने स्टार्टअप की नींव रख दी थी। साहिल जब यूके में अपनी पढ़ाई के लिए गए थे, तो उन्होंने देखा कि महंगे जूतों और बैग्स की देखभाल में कई चुनौतियां हैं। जब वह भारत लौटे, तो उन्होंने इस गैप को भरने के लिए SNEAKINN की शुरुआत की।
अनोखी रिपेयरिंग कहानियां
SNEAKINN ने कई अनोखे मामलों में अपनी विशेषज्ञता दिखाई है। एक ग्राहक के जूते उसके कुत्ते ने काट दिए थे, जिसे कंपनी ने रीस्टोर कर दिया। एक महिला के महंगे हैंडबैग पर कोयला लगने से वह जल गया था, लेकिन SNEAKINN ने उसे भी ठीक कर दिया। यहां तक कि कटी हुई चप्पल को भी इस कंपनी ने सही किया है।
रेवेन्यू का स्रोत
कंपनी की कुल सेल्स का 40% हिस्सा क्लीनिंग सर्विस से आता है, जबकि 20% कलरिंग से और 20% रिपेयरिंग से। प्रोडक्ट सेल्स से 4%, डिलीवरी से 7% और रिटेल से 3% रेवेन्यू आता है। 15% सेल्स स्टोर में वॉक-इन ग्राहकों से होती है, जबकि 80% पिकअप के जरिए और 5% कूरियर के माध्यम से होती है।
ग्रोथ और फाइनेंशियल्स
2020-21 में कंपनी ने 19.8 लाख रुपये की सेल की, जो 2021-22 में बढ़कर 1.5 करोड़ रुपये हो गई। 2022-23 में कंपनी ने 3.8 करोड़ रुपये की सेल की, और 2024 में यह बढ़कर 5.9 करोड़ रुपये हो गई। इस साल नवंबर तक कंपनी ने 4.6 करोड़ रुपये की सेल की है और पूरे साल में 7.3 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है।
फंडिंग और निवेश की कहानी
SNEAKINN के फाउंडर्स ने शार्क टैंक में 3% इक्विटी के बदले 90 लाख रुपये की फंडिंग मांगी। नमिता और कुणाल इस डील से बाहर हो गए। रितेश ने 5% इक्विटी के बदले 45 लाख रुपये और 9% ब्याज दर पर 3 साल के लिए 45 लाख रुपये का कर्ज ऑफर किया। विनीता और अनुपम ने 10% इक्विटी के बदले 90 लाख रुपये और 1% रॉयल्टी की मांग की।
रितेश और अनुपम के बीच तकरार
फाउंडर्स रॉयल्टी देने के लिए तैयार नहीं थे, जिससे विनीता और रितेश ने डील से हाथ खींच लिया। रितेश और अनुपम के बीच तीखी बहस भी हुई। अंत में, अनुपम मित्तल ने 6.5% इक्विटी के बदले 90 लाख रुपये का निवेश किया।
फ्यूचर प्लान्स
SNEAKINN का लक्ष्य हर बड़े शहर में एक स्टोर खोलने का है। कंपनी ने अपनी सेवाओं को और भी अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए कई नई योजनाएं बनाई हैं। स्टार्टअप अपने सेंट्रलाइज्ड वर्कशॉप के जरिए पूरे देश में कूरियर सेवाओं के माध्यम से ग्राहकों को सेवाएं देता है।
SNEAKINN की अनूठी सेवाएं
कंपनी का दावा है कि वह स्पेशलाइज्ड सर्विस देती है। चाहे बैग का कपड़ा हो या जूतों का चमड़ा, SNEAKINN यह सुनिश्चित करता है कि वह सही मटीरियल का उपयोग कर ग्राहकों के उत्पाद को नई जिंदगी दे। कंपनी का उद्देश्य सिर्फ रिपेयरिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि वह ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं प्रदान करना भी है।
क्या खास है SNEAKINN में?
SNEAKINN के फाउंडर्स का मानना है कि लग्जरी बैग और जूतों के क्षेत्र में यह एक अनदेखा बाजार है। उनके अनुसार, इस क्षेत्र में सुधार की बड़ी संभावनाएं हैं। कंपनी की सेवाएं उच्च गुणवत्ता की हैं और ग्राहकों के लिए उन्हें उपयोग में लाना आसान है।
निष्कर्ष
SNEAKINN ने लग्जरी हैंडबैग और जूतों की रिपेयरिंग के क्षेत्र में अपनी अनोखी सेवाओं से एक नई पहचान बनाई है। शार्क टैंक इंडिया में निवेश पाने के बाद, कंपनी ने अपने विस्तार की योजनाओं को और अधिक सशक्त बनाया है। अरुणिमा सिंघल जैन और साहिल जैन का यह स्टार्टअप निश्चित रूप से एक मिसाल कायम कर रहा है।