Kyari स्टार्टअप की शुरुआत 2022 में इंदौर के आगम चौधरी और सक्षम जैन ने की थी। सेल्फ वाटरिंग प्लांटर्स और अन्य इनोवेटिव उत्पादों के जरिए यह स्टार्टअप इंडोर गार्डनिंग में नई संभावनाएं लेकर आया है। शार्क टैंक इंडिया में फंडिंग नहीं मिलने के बावजूद, कंपनी ने 50 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन हासिल की है और 2026 तक 100 करोड़ रुपये के टर्नओवर का लक्ष्य रखा है। Kyari की कहानी इनोवेशन और दृढ़ संकल्प की मिसाल है।
एक जैसे स्टार्टअप का अनूठा एपिसोड
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) के 9वें एपिसोड में एक अनूठा मोड़ आया जब दो एक जैसे स्टार्टअप्स को एक के बाद एक पिच करने का मौका दिया गया। ये दो स्टार्टअप्स थे Nurturing Green और Kyari। पहले पिच का मौका मिला Nurturing Green को और इसके बाद Kyari ने अपनी पिच प्रस्तुत की।
Kyari की शुरुआत और उद्देश्य
Kyari की शुरुआत 2022 में इंदौर के रहने वाले दो भाइयों, आगम चौधरी और सक्षम जैन ने की थी। कोविड-19 के बाद, दोनों भाइयों ने देखा कि लोग अपने घरों में इंडोर प्लांट्स लाना पसंद कर रहे हैं, लेकिन पानी की सही मात्रा को लेकर परेशानियां झेल रहे हैं। उन्होंने इस समस्या का समाधान करने के लिए सेल्फ वाटरिंग प्लांटर्स विकसित किए, जो प्लांट्स को सही मात्रा में पानी प्रदान करते हैं।
उत्पादों की विविधता और विशेषताएं
Kyari के पास 150 से अधिक प्रकार के प्लांट्स हैं। उनके सेल्फ वाटरिंग प्लांटर्स में हफ्ते में केवल एक बार पानी डालने की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त, वे फर्टिलाइजर्स भी बेचते हैं। यह स्टार्टअप अब तक 5 लाख से अधिक लोगों तक अपने उत्पाद पहुंचा चुका है और प्रतिदिन 2000 से अधिक प्लांट्स शिप करता है।
भाईयों की परवरिश और पहला बिजनेस
आगम और सक्षम की परवरिश मध्य प्रदेश के सागर में हुई। आगम ने 2017 में इंदौर से बीटेक किया और 2018 में अपना पहला बिजनेस शुरू किया। इस बिजनेस को उन्होंने तीन साल में 13 करोड़ रुपये का बना दिया, जिसमें 80-90 लाख रुपये का मुनाफा हुआ। कोविड के बाद सक्षम ने इंडोर प्लांट्स की बढ़ती मांग को देखा और इस विचार को आगम के पास लेकर आए। दोनों ने मिलकर 2022 में Kyari की नींव रखी।
इनोवेशन की कहानी
Kyari ने अपने बिजनेस में तीन मुख्य इनोवेशन किए हैं:
- सेल्फ वाटरिंग प्लांटर: इन प्लांटर्स में अंदर एक छोटा प्लांटर होता है जिसमें पानी भरने पर यह ऑटोमेटिक तरीके से मिट्टी में जाता है।
- वाटर लेवल मीटर: यह मीटर मिट्टी में लगाकर पानी की आवश्यकता को मापता है। यदि मीटर का ऊपरी हिस्सा ब्लू हो जाता है, तो पानी डालने की आवश्यकता नहीं होती, जबकि सफेद रहने पर पानी डालना होता है।
- प्लांट वाटरिंग ग्लोब: यह ग्लोब पानी से भरकर प्लांट के गमले में लगाया जाता है, जो प्लांट को उतना ही पानी प्रदान करता है जितनी उसे जरूरत होती है। इसकी कीमत लगभग 299 रुपये है।
वित्तीय स्थिति और बिक्री
इस स्टार्टअप ने 2022-23 में 1.75 करोड़ रुपये की कमाई की, जिसमें 1.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अगले साल उन्होंने 9.5 करोड़ रुपये की कमाई की, जिसमें 2.17 करोड़ रुपये का नुकसान रहा। अक्टूबर 2024 तक कंपनी ने 10.5 करोड़ रुपये की सेल की, जिसमें 1.35 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उनका लक्ष्य 2024 में 23 करोड़ रुपये की सेल करना है।
फंडिंग राउंड्स
Kyari ने अब तक तीन फंडिंग राउंड्स में हिस्सा लिया है:
- अप्रैल 2022 में 40 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 2 करोड़ रुपये जुटाए।
- अक्टूबर 2023 में 50 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 5.4 करोड़ रुपये जुटाए।
- मार्च 2024 में 40 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 1.04 करोड़ रुपये जुटाए।
कंपनी की योजना 150 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 25 करोड़ रुपये का एक और राउंड करने की है।
फाउंडर्स के शेयर
कंपनी में 40% स्टेक आगम के पास, 37% सक्षम के पास, 7% ईसॉप और 17% स्टेक निवेशकों के पास है।
Shark Tank India में पिच
Kyari के फाउंडर्स ने शार्क टैंक इंडिया में 0.8% इक्विटी के बदले 80 लाख रुपये की फंडिंग मांगी। कंपनी की आर्थिक स्थिति को देखते हुए विनीता, अनुपम, और नमिता ने डील से बाहर होने का फैसला किया। पीयूष बंसल और कुणाल बहल ने 10% इक्विटी के बदले 4 करोड़ रुपये की डील ऑफर की, लेकिन फाउंडर्स इसे स्वीकार नहीं कर सके और उन्हें शो से खाली हाथ लौटना पड़ा।
भविष्य की योजनाएं
हालांकि Kyari को शार्क टैंक इंडिया से फंडिंग नहीं मिल पाई, लेकिन उनकी भविष्य की योजनाएं बड़ी हैं। वे 2026 तक 100 करोड़ रुपये के टर्नओवर का लक्ष्य रख रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि अपने इनोवेटिव प्रोडक्ट्स के जरिए इंडोर गार्डनिंग के क्षेत्र में एक अग्रणी ब्रांड बनें।
निष्कर्ष
Kyari की कहानी उन उद्यमियों के लिए प्रेरणादायक है जो इनोवेशन के माध्यम से बाजार में नई संभावनाओं को तलाशते हैं। हालांकि उन्हें शार्क टैंक इंडिया से फंडिंग नहीं मिल सकी, लेकिन उनकी मेहनत और दृष्टिकोण उन्हें भविष्य में और भी ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।